गणेश चतुर्थी महोत्सव के अवसर पर मूर्तिकार बना रहे हैं कोरोना का वध करते हुए भगवान गणेश की मूर्तियां और ऐसा माना जा रहा है कि भगवान गणेश इसको नाना काल का अंत करेंगे
विघ्नहर्ता गणपति का गणेश उत्सव भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी 22 अगस्त शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन भक्त अपने घर में भगवान गणपति को स्थापित करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भगवान गणपति अपने भक्तों के कष्टों को हरकर ले जाते हैं। 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश को विसर्जित किया जाता है।
गणेश चतुर्थी मुहूर्त
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 21 अगस्त दिन शुक्रवार की रात 11 बजकर 02 मिनट से हो रहा है, जो 22 अगस्त दिन शनिवार को शाम 07 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। गणेश चतुर्थी की पूजा हमेशा दोपहर के मुहूर्त में की जाती है क्योंकि गणेश जी का जन्म दोपहर में हुआ था।