स्पेशल रिपोर्ट बाली न्यूज़ संवाददाता-
एक व्यक्ति जो चंद घंटों पहले बिल्कुल स्वस्थ होता है लेकिन जैसे ही उसे पता लगता है कि उसकी कोरोना सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आती है कुछ समय के अंदर उसके शरीर में परिवर्तन होना शुरू होता है यह परिवर्तन आपको कुछ इस तरह से देखने को मिल सकता है बाली न्यूज़ ने कुछ लोगों से संपर्क किया जो कोरोना संक्रमण से संक्रमित होकर ठीक होकर आम लोगों की तरह जीवन यापन कर रहे हैं इन सभी तथ्यों को देखते हुए बाली न्यूज़ इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि यह मौत संक्रमण से हैं या कोरोना के डर से बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सांस फूलने की वजह से या सांस में तकलीफ होने की वजह से उसकी मृत्यु होती है लेकिन 80% से अधिक केसेस में हृदय गति रुकने से मरीजों की मृत्यु हुई है तो क्या इसे हम नहीं माने कि यह केवल और केवल मात्र डर की वजह से किसी व्यक्ति को हृदयाघात भी तो हो सकता है बात करते हैं आज एक सांप के काटने से व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है चाहे वह सांप जहरीला हो या बिना जहरीला केवल सांप के काटने के डर से व्यक्ति की हृदय गति रुक जाती है तो यहां तो सोशल मीडिया न्यूज़ चैनल, टीवी चैनल, सरकार ,प्रशासन सब ने कोरोना को इस तरह से पेश किया है कि व्यक्ति ना चाहते हुए भी इस डर के माहौल में बंधक बन गया है और यही वजह है कि अगर किसी व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो तुरंत वह व्यक्ति इतना डर जाता है कि उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है अचानक से बॉडी का ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ने लगता है साथ ही गले का सूखना इसका मुख्य कारण है कुछ ही समय में उस व्यक्ति को हर्ट अटैक या हृदयाघात हो जाता है कोरोना संक्रमण है बचाव भी जरूरी है लेकिन पहले हर व्यक्ति को कोरोना से डरना बंद करना पड़ेगा अगर आप की रिपोर्ट या आपके किसी चिर परिचित की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो पहले उसे मानसिक रूप से तैयार होना पड़ेगा अगर आप मानसिक रूप से कोणों से लड़ सकते हैं तो करो ना आपको शारीरिक रूप से कभी भी क्षति नहीं पहुंचाएगा मार्क्स पहने सोशल डिस्टेंसिंग रखें भीड़ भाड़ वाली जगह से बचे लेकिन सबसे बड़ा आप कोरोना डर से बचे।