कोरोना जांच को लेकर पाली मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब काफी समय से सुर्ख़ियों में इसमें कभी पॉजिटिव को नेगेटिव व नेगेटिव को पॉजिटिव बताने शामिल है लेकिन इस बार एक बैंक कर्मचारी जिस ने पाली माइक्रोबायोलॉजी लैब में अपनी सैंपलिंग करवाई थी सैंपलिंग में उसे पॉजिटिव करार दिया गया लेकिन वह बैंक कर्मचारी जोधपुर का रहने वाला था रिपोर्ट देरी से आने की वजह से उसने जोधपुर मेडिकल कॉलेज में भी सैंपलिंग कराई जो नेगेटिव आई अब उसे क्या माने पॉजिटिव या नेगेटिव
ऐसे कई मामले पाली माइक्रोबायोलॉजी लैब के जिसमें से 20 घंटे में हो गए पॉजिटिव से नेगेटिव होना
14 दिन भर्ती महिला की सैंपल रिपोर्ट पहले नेगेटिव बाद में पॉजिटिव
ऐसे कई मामले आने की वजह से फिलहाल पाली माइक्रोबायोलॉजी लैब की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं