CSIR बोला, छोटी बूंदें हवा में रहती हैं मौजूद
उन्होंने कहा, ‘यह तो साफ है कि जब लोग छींकते हैं या खांसते हैं तो उससे हवा में बूंदें (Droplets) निकलती हैं। बड़ी बूंदें तो जमीन पर गिर जाती हैं लेकिन छोटी बूदें हवा में देर तक तैरती रहती हैं। किसी संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से निकलने वाली बड़ी बूंदें तो जमीन पर गिरकर जाती हैं और यह ज्यादा दूर तक नहीं जाती हैं। लेकिन छोटी बूंदें लंबे समय तक हवा में मौजूद रहती हैं।’