राजनीति के दो पक्ष होते हैं एक संवेदनशीलता, दूसरा संवेदनहीनता एक ही समाज के लिए दोहरे मापदंड ये सब आपको राजनीति में देखने को मिल जाएंगे। इसी के तहत आपको हाल ही में एक मर्डर केस जो बाली में भी चर्चा का विषय बना हुआ है उसके लिए अलग-अलग तरह से नेतागण अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। लेकिन एक तरफ उसी समाज उसी जाति के लोगों को प्रताड़ित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ेंगे। यह कैसी राजनीति है जिसमें हित साधने के लिए एक ही जाति एक ही समाज को अलग-अलग तरह से कांग्रेस, बीजेपी हो या अन्य कोई दल सबको अपनी अपनी बात रखने का मात्र एक मौका चाहिए ।लेकिन जिस परिवार ने अपना जवान बेटा खोया है, उसकी तरफ किसी भी प्रकार की कोई भी संवेदनशील बात करने के लिए तैयार नहीं है, यह घटनाएं क्यों हो रही है ऐसा क्या कारण है कि एक जाति वर्ग को टारगेट बनाया जा रहा है ऐसी क्या चीजें हो रही हैं जिसकी वजह से आए दिन न्यूज़पेपर, विधानसभा, टीवी व रेडियो माध्यम से आपको देखने और सुनने को मिलती है । नेताजी नेताजी बड़े-बड़े आश्वासन देकर निकल,जाएंगे रहेगा तो सिर्फ एक मां के दिल का दर्द,एक पिता के बुढ़ापे का सहारा बनने वाला जीतू उसकी कमी केवल मात्र उसके मित्र उसके गुरु, परिवार जन ही समझ सकते हैं इसीलिए मैं आप सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं इस प्रकार की निर्दयपूर्ण हत्या का अपने अनुरूप उपयोग करना बंद करें। इससे बड़ा देशभक्ति व समाज सेवा कुछ नहीं ,आप भी एक इंसान है।आपके भी पुत्र और पुत्री होंगे एक बार यह सोचे कि यह घटना अगर आपके परिवार के साथ में हुई होती तो आप कैसे लेंगे, सभी समाज समान है सभी नागरिक सम्मान है लेकिन आप मुद्दे को राजनीतिक रंग में रंगने की कोशिश करते हैं यह गलत है इसकी में कड़ी निंदा करता हूं

शोकाकुल

डॉ. विनोद रांगी
संस्थापक वी आर कंसलटेंसी,बाली