आज कल जो मुझे मेरे केरियर काउंसलिंग में लोग आ रहे उसमे छात्र छात्रा व अभिभावक की काउंसलिंग करने के बाद ये समस्याएं आम तौर पर मुझे देखने को मिलती है।

1. अच्छे परिणाम व मैरिट वाले छात्र छात्राएं सरकारी कॉलेज के लिए आवेदन करते है सही भी है। लेकिन वहा पढ़ाई करने संविदा पर लगे हुए कर्मचारी।

2. सरकारी महकमों के चक्कर में हो रहे साल खराब । पिछले सेशन के एडमिशन अभी तक हो रहे है।

3. मैनेजमेंट कोटा और सरकारी कोटा की एक ही फीस फिर भी साल खराब करते छात्र छात्राएं।

कुछ भ्रांतियां करती हैं भविष्य के साथ खिलवाड़

आपके पास वाली कॉलेज आपके राज्य की कॉलेज मान्यता बाकी किसी राज्य की कॉलेज की मान्यता नही।

सरकारी महकमों के कर्मचारी फैलाते गलत अफवाए।

जिस प्रकार भारत के सभी राज्यों और नागरिकों के लिए एक प्रधान मंत्री वैसे सभी यूनिवर्सिटी कॉलेज या स्कूल सभी भारत सरकार के दिशा निर्देश से चलती है। किसी भी संस्थान को कोई भी राज्य मान्यता का अधिकार नहीं रखता है।

आपके पास की यूनिवर्सिटी और कॉलेज के बारे गलत सूचना दी जाती है। क्युकी कोई आपको वहां तक आने नी देना चाहता।

सभी छात्र छात्राएं का मानसिक विकास अलग अलग तरह से होता है। कोई आपको कुछ बताता है आप व्यक्तिगत रूप से उस संस्थान में जाकर एक बार अवश्य सही जानकारी प्राप्त करें।

जागरूक अभिभावक बने अपने पुत्र पुत्री का भविष्य आपके एक निर्णय पर पूरे जीवन भर एक अमिट छाप छोड़ देता भविष्य का निर्णय खुद करें ना कि इसे दूसरों के हाथ व दूसरों को देखकर नही करें।

डॉ. विनोद रांगी
इंटरनेशनल करियर एडवाइजर
संस्थापक वी आर कंसलटेंसी,बाली

शैक्षणिक परामर्श के लिए आप संपर्क कर सकते है या हेड ऑफिस,बाली,पाली राजस्थान
प्रात: 10 बजे से 06 बजे तक

संपर्क सूत्र – +91-8504817636,7426901985